दिसम्बर में आज से कोहरे ने सर्दी के साथ दस्तक दी है, जिससे वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई है। सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आने वाले दिनों में कोहरे के बढ़ने की संभावना है। कोहरे के कारण दृश्यता कम हो गई है और किसान खेतों में सावधानी बरतने के लिए कहा गया है।
रायबरेली -दिसम्बर महीने में आज से सर्दी के साथ ही कोहरे ने भी दस्तक दे दी है। इसके चलते सड़क पर चलने वाले वाहनों की रफ्तार पर भी ब्रेक लगे हैं। सुबह के समय लाइट जलाकर वाहन चलाने पड़ रहे हैं। सुबह स्कूल जाने के लिए बच्चों को परेशान होना पड़ रहा है। आने वाले दिनों में कोहरे और बढ़ने की संभावना बनी हुई है। हालांकि कोहरे की दस्तक के बाद भी मंगलवार को न्यूनतम तापमान 10 डिग्री रहा, जो पिछले दिनों से कम है। मंगलवार की सुबह करीब तीन बजे से ही कोहरे की शुरुआत हो गई थी। कोहरे में हाइवे पर चल रहे वाहनों को कम दृश्यता के कारण हेडलाइट और फॉग लाइट का सहारा लेना पड़ा।
कई स्थानों पर वाहन एहतियातन धीमी गति से चलते नजर आए। सुबह के समय कोचिंग संस्थानों के लिए जाने वाले बच्चों, दैनिक यात्रियों और मालवाहक वाहनों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कोहरे के चलते दुर्घटना की आशंका को देखते हुए लोग सतर्क दिखाई दिए। ग्रामीण क्षेत्र में भी घना कोहरा छाया रहा, जो मौसम के बदलते मिजाज का संकेत है। नदी के किनारे और आसपास के इलाकों में अधिक कोहरा देखा गया। ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों और खुले मैदानों में भी कोहरा फैलने से वातावरण पूरी तरह से ठंडा और नम हो गया। आने वाले दिनों में कोहरे का प्रभाव और अधिक बढ़ सकता है। इस वर्ष जिले मे 16 दिसंबर से कोहरा देखने को मिला है। आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट के साथ कोहरा और घना पड़ने की संभावना है। किसानों को सुबह के समय खेतों में काम करते समय सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। आधी रात के बाद शुरू हुई धुंध सुबह होते-होते घने कोहरे में बदल गई । इस साल में पहली बार छाए इस कोहरे ने ठिठुरन भी बढ़ा दी और लोगों को गर्म कपड़ों में घरों से निकलना पड़ा। कुछ किसान लोग खेतों के पास आग जलाकर हाथ सेंकते हुए गेंहूं की फसल की गौवंश से रखवाली करते नजर आए। सुबह 7 बजे के बाद दृश्यता बेहद कम हो गई। मार्गों पर वाहन रफ्तार नहीं पकड़ पाए। उन्हें गाड़ी की हेडलाइट और फॉग लाइट जलाकर सावधानी से गुजरना पड़ा। कोहरे की चादर गली-मोहल्लों में भी छाई रही।
अनुज मौर्य रिपोर्ट


