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अमृत सरोवरों की अजब कहानी

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अमृत सरोवरों की अजब कहानी

अयोध्या
बीकापुर: अमृत सरोवरों की अजब कहानी, कागजों में काम पूरा
आधे-अधूरे तालाबों पर झंडारोहण की निभाई औपचारिकता
मनोज तिवारी ब्यूरो चीफ अयोध्या
बीकापुर /अयोध्या
बीकापुर ब्लॉक में स्वतंत्रता दिवस पर अमृत सरोवर पर झंडारोहण की औपचारिकता भी पूरी नहीं हो सकी। भले ही सरकारी अधिकारी सभी जगह झंडारोहण की बात कर रहे हों, लेकिन हकीकत यही है कि अधिकतर सरोवरों पर ध्वजारोहण नहीं हुआ। हुआ भी तो मात्र औपचारिकता बनकर रह गई और चार लोगों को खड़ा करके फोटो खिंचवा कर वाह वाही लूटने तक हुई। यही नहीं अधिकांश जगहों पर 60%धन राशि निकाल लिए गए हैं और काम 10% भी नहीं हुआ है।
ब्लाक बीकापुर में 22 ग्रामों में अमृत सरोवर बनने हैं, जिसमें मात्र 4 सरोवर बन चुके हैं। इन दोनों तालाबों पर लगभग 80 फीसदी काम हो चुका है। शेष 18 सरोवर अभी पूरा नहीं हुआ है। और आधे-अधूरे सरोवर के किनारे झंडारोहण किया गया।आधे अधूरे तालाबों पर ध्वजारोहण कर औपचारिकता निभाई गई।सरकारी अभिलेखों में सरोवरों का निर्माण पूरा दिखाया गया है।
बताते चलें आजादी की 75वें वर्षगांठ के उपलक्ष्य में केंद्र सरकार की ओर से अमृत सरोवर योजना के तहत तालाबों की दशा में सुधार के लिए शासनादेश जारी किया गया था। इसके तहत बीकापुर ब्लॉक में 22 तालाब चयनित किए गए हैं। तालाबों का पुनरुद्धार का कार्य 14 अगस्त तक पूरा कर लिया जाना था। स्वतंत्रता दिवस के दिन 15 अगस्त को सभी सरोवरों पर ध्वजारोहण किया जाना था। बावजूद इसके तय समय सीमा तक अधिकांश तालाबों के किनारे रैंप, पाथवे व शौचालय निर्माण और लाइटिंग आदि कार्य पूरे नहीं हुए।

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