कोरोना योद्धाओं के पक्ष में उतरी महिला जागृति समिति

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सफाई कर्मियों को उजाड़ने की नोटिस के मामले में डीएम से की फरियाद

रिपोर्ट – राजकुमार गुप्ता

वाराणसी: शिवपुर, नगर निगम द्वारा शिवपुर पानी टंकी के पास सैकड़ों सालों से रह रहे दलित सफाई कर्मियों को हटाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मंगलवार को महिला जागृति समिति ने डीएम को दिए ज्ञापन में कोरोना काल और बारिश के मौसम में सफाई कर्मियों बिना व्यवस्थापन, पुनर्वास किये निगम द्वारा हटाने की नोटिस के फरमान से सैकड़ों गरीबों के आशियाने को उजाड़ने को निगम द्वारा जारी नोटिस गलत और उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए आंदोलन की चेतावनी दी।

शिवपुर के पानी टंकी के पास दर्जनों सफाई कर्मियों झुग्गी झोपड़ी में सैकड़ों वर्षो से रह रहे हैं। करीब एक सप्ताह पूर्व नगर निगम ने बिना कोई व्यवस्थापन, पुनर्वास किए उन सभी सफाई कर्मियों को वहां से अवैध कब्जा के नाम पर झुग्गी झोपड़ी हटाने का नोटिस दिया था और उन्हें 8 अगस्त तक नहीं हटने पर बुलडोजर चलवा कर झुग्गी झोपड़ी हटाने का आदेश दिया था। तभी से पीड़ित सफाई कर्मी नगर निगम की कार्य प्रणाली का विरोध करते आ रहे हैं। मंगलवार को समिति की अध्यक्ष सुमन देवी ने पीड़ितों के पक्ष में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में नगर निगम की कार्यवाही गलत व उत्पीड़नात्मक ठहराते हुए कहा कि महामारी और बरसात के मौसम में कोई भी सरकार भारत के नागरिक को अपने घर से बेदखल नहीं कर सकती और कोरोना आपातकाल में जब सफाई कर्मी सभी जगह चौबीसों घंटा कार्य कर रहे है तो उनको ऐसे हालत में उजाड़ने का क्या मतलब, उक्त उत्पीड़नात्मक कार्यवाही की शिकायत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक के संज्ञान में लाया जाएगा क्योंकि यह मामला उनके संसदीय क्षेत्र का है। चेतावनी दी है कि अगर नोटिस नहीं निरस्त किया गया तो नगर निगम के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया जाएगा और बड़े पैमाने पर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।

इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता, सुमन देवी, दलित फाउंडेशन की फेलो ममता कुमार, बिंदु गुप्ता, सुमन, सीमा, आशा, उषा, मीना, अनीता, मधु, सन्नू समेत बड़ी संख्या में सफाई कर्मी उपस्थित रहे।

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