तीसरी लाइन के 9 किमी खंड पर सफलतापूर्वक दौड़ा इंजन

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सबसे तेज गति से ट्रेनें संचालित करने वाला जोन बना उ.म.रे

राकेश कुमार अग्रवाल

झांसी। क्षमता वृद्धि कार्यों के अंतर्गत, झांसी मण्डल ने बिरलानगर – रायरू खंड में नवनिर्मित तीसरी लाइन लाइन के 09 किलोमीटर खंड में सफलतापूर्वक पहली बार इंजन रोलिंग किया।

उत्तर मध्य रेलवे पर रेल पथ का उन्नत रखरखाव इस तथ्य से स्पष्ट है कि गाजियाबाद-पं. दीन दयाल उपाध्याय खंड पर 130 किमी प्रति घंटे की गति के सीआरएस की मंजूरी के बाद; कमिश्नर रेलवे सेफ्टी ने जुलाई 20 में ललितपुर- बीना खण्ड के लिए 120 किलोमीटर प्रति घंटे की सेक्शनल स्पीड की मंजूरी दी है। इस प्रकार 759 किलोमीटर के गाज़ियाबाद – पं दीन दयाल उपाध्याय जं और 503 किलोमीटर पलवल- बीना खण्ड क्रमशः 130 किमी प्रति घंटे और 120 किमी प्रति घंटे की गति से संचालन के लिए प्रमाणित हो गये हैं।

उत्तर मध्य रेलवे में सभी जोनल रेलवे की तुलना में सेमी हाई स्पीड रेल नेटवर्क का सबसे अधिक हिस्सा है। उत्तर मध्य रेलवे 100 से अधिक ट्रेनों को 130 किमी प्रति घंटे की गति या अधिक पर चलाने का गौरव प्राप्त है, जिसमें 160 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से भारत की सबसे तेज ट्रेन गतिमान एक्सप्रेस एवं भारत में किसी भी ट्रेन के लिए 104 किमी प्रति घंटे की उच्चतम औसत गति वाली पहली वंदे भारत एक्सप्रेस शामिल हैं।

उत्तर मध्य और उत्तर रेलवे महाप्रबंधक राजीव चौधरी के अनुसार यह उ.म.रे के अधिकारियों एवं 60000 समर्पित रेलवे कर्मचारियों के अथक प्रयास से संभव हो पाया है।

Rakesh Kumar Agrawal

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