भारत माता इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फ़ॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में बापू, माखन दा एवं संस्थापक बीएम राम की पुण्यतिथि मनाई गई

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वाराणसी। राजातालाब, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और स्वतंत्रता सेनानी प्रसिद्ध कवि लेखक माखन लाल चतुर्वेदी एवं संस्थान के संस्थापक बी.एम.राम की पुण्यतिथि पर सोमवार को राजातालाब स्थित माखन लाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय द्वारा संचालित भारत माता इंस्टीट्यूट आफ इन्फ़ॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में बापू और माखन दा की चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए।

इस मौके पर अतिथियों सहित विद्यार्थियों ने पुष्पांजलि देकर दो मिनट का मौन धारण किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य बंश नारायण शर्मा ने किया।

इस मौके पर बंश नारायण शर्मा ने कहा की, सत्य, अहिंसा और स्वच्छता हेतु प्रेरित करके विश्व को शांति का मार्ग दिखाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की पुण्यतिथि पर शत् शत् नमन् करता हूं। उन्होंने कहा कि देश को आजाद कराने में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अपने जीवन को न्योछावर कर दिया।

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सुभासपा प्रदेश संगठन मंत्री राजेंद्र पटेल एवं विशिष्ट अतिथि अपना दल एस प्रदेश महासचिव तेज बहादुर सिंह पटेल उपस्थित रहे कार्यक्रम का संचालन निदेशक हंस नारायण शर्मा द्वारा किया गया।

तेज बहादुर सिंह पटेल द्वारा माखनलाल चतुर्वेदी जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा की सबसे बड़ी भक्ति राष्ट्रभक्ति एवं सबसे बड़ी सेवा समाज सेवा होती है उन्होंने कहा माखनलाल चतुर्वेदी जी एक सच्चे देशभक्त प्रसिद्ध कवि लेखक एवं पत्रकार रहे हैं देश की आजादी में भी दादा माखनलाल चतुर्वेदी जी का एक विशेष योगदान रहा है।

उन्होंने बताया की आज के पत्रकारों को दादा माखनलाल के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए और सीखना चाहिए कि किस तरह उन्होंने अपनी कलम की ताकत से अंग्रेजी शासन का विरोध किया और देश की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान प्रदान किया। सभी पत्रकार अपनी कलम की धार तेज रखें और जो सामाजिक विषमता हैं उनको दूर करने में अपना योगदान दें।

निदेशक हंस नारायण शर्मा ने माखनलाल के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा की माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय ऐसे महान पुण्य आत्मा के नाम पर स्थापित है जिन्होंने देश की आजादी में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।

माखनलाल चतुर्वेदी जी का आशीर्वाद है की विश्वविद्यालय का नामकरण 1990 मे किया था आज एक वट वृक्ष के रूप में फल फूल रहा है।

वही राजेन्द्र पटेल ने कहा कि, महात्मा गांधी सत्य व अहिंसा के पुजारी थे, उन्होंने अंतिम समय तक भी आम जनों में एक अमृतवाणी को साकार करते हुए देश के लोगों को यह संदेश देते हुए कहा था कि भाईचारा को निभाने और साकार करते हुए अपनी प्रयास हमेशा करते रहें।

अंत में संस्थान के संस्थापक के जीवन वृतांत और उनके योगदान पर चर्चा कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का समापन किया गया।

वही इस मौके अजय कुमार शर्मा, राजकुमार गुप्ता, महेंद्र राठौर, हौसला पटेल, जीतलाल पटेल, सुरेश पटेल, जितेंद्र मौर्य, अशोक कुमार शर्मा आदि लोग उपस्थित रहे।

राजकुमार गुप्ता

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