महोबा के जुझार में गरीबी और भुखमरी से त्रस्त युवा दंपति ने की आत्महत्या

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  • पति ने फांसी लगा दी जाएं तो पत्नी ने खाया जहरीला पदार्थ
  • मृतक को बीमार बता प्रशासन ने भूख से मौत के आरोपों को नकारा

रिपोर्ट – H. K. Poddar

महोबा- उत्तर प्रदेश में महोबा के सदर कोतवाली क्षेत्र में गरीबी और भुखमरी से त्रस्त एक युवा दंपति द्वारा आज अलग-अलग तरीके से अपनी जान देकर खुदकुसी कर लिए जाने से हड़कम्प मच गया।
पुलिस उप अधीक्षक जटाशंकर राव ने बताया कि जुझार गांव के निवासी 38 वर्षीय बबलू ढीमर ने फांसी के फंदे पर झूलकर आत्महत्या की तो उसकी पत्नी 35 वर्षीय सीता देवी ने जहरीला पदार्थ खाकर मौत को गले लगा लिया। दोनों के शव पुलिस ने उनके घर से बरामद किये। घटना का कारण स्पष्ट नही है। पुलिस ने मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पंचनामा भरा है और पोष्ट मार्टम के लिए भेजा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

पुलिस उप अधीक्षक ने बताया कि प्रकरण पर परिवार के लोग कोई जानकारी नही दे पा रहे है। ग्रामीणों ओर पड़ोसियों के मुताबिक मृतक बबलू की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर थी। वह मजदूरी करके परिवार का पेट पालता था। उसके तीन छोटे बच्चे है। रोज कमाने खाने के कारण काम न मिलने से अक्सर उसके घर का चूल्हा ठंडा पड़ा रहता था। पड़ोसियों के सहयोग करने पर उसके छोटे-छोटे बच्चों को भोजन मुहैय्या हो पाता था। उप जिलाधिकारी राकेश कुमार ने घटना की जानकारी मिलने पर राजस्व निरीक्षक को मौके पर भेज रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच में भुखमरी के कारण दंपति के आत्महत्या करने की खबरे असत्य व निराधार साबित हुई है।

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