Conductor Honesty: ईमानदारी ज़िंदा है, कानपुर में इसकी मिसाल पेश की बस परिचालक और ड्राइवर ने

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कमिश्नर राजशेखर ने आशुतोष और हृदय शेखर की ईमानदारी को सराहा

Conductor Honesty: ईमानदारी ज़िंदा है! कानपुर में इसकी मिसाल पेश की कानपुर में बस परिचालक आशुतोष निगम और ड्राइवर हृदय शेखर ने। इन दोनों की ईमानदारी की जहां शहर में चर्चा हो रही है। वहीं सिटी ट्रांसपोर्ट के अध्यक्ष और कमिश्नर राजशेखर ने इन दोनों की ईमानदारी की सराहना की है।

Conductor Honesty: बता दें कि आज बस संख्या 6922 में यात्रारत यात्री मिनहाज़ अहमद का एक भूरे रंग का बैग बस में छूट गया। इस बैग में ₹95600 कैश थे। बस में लावारिस पड़े बैग को बस परिचालक आशुतोष निगम देखा और बैग सुरक्षित अपने क़ब्ज़े में लिया गया। इसके साथ ही आशुतोष ने इसकी सूचना तत्काल बस चालक व SSए कार्यालय में दी। इसके बाद जैसे ही बस अपने रूट से लौटकर बस डिपो आयी। तब कंडक्टर ने वो बैग डिपो स्थित SSE कार्यालय में सुरक्षित रखवा दिया।

Conductor Honesty: इस बाद और बस ड्राइवर, कंडक्टर और डिपो के स्टॉफ ये पता लगाने में जुट गए कि कैसे बस में सवार उस यात्री को ढूंढ़ा जाए, ताकि उसकी गाढ़ी कमाई का पैसा उन तक सुपुर्द किया जा सके। इसी दौरान यात्री द्वारा डिपो में संपर्क किया गया। उसके बाद बस की वीडियो फ़ुटेज को खंगाला गया। तब ये क्लियर हो गया कि रुपयों से भरा बैग उन्हीं का है। उसके बाद डिपो के कर्मियों ने यात्री मिनहाज का पूरे कैश से भरे बैग को सुपुर्द कर दिया।

परिचालक आशुरोष निगम व चालक हृदयशेखर पांडेय की सजगता, ईमानदारी व सूझबूझ से यात्री मिनहाज ने राहत की सांस ली। साथ ही दोनों की ईमानदारी की प्रशंसा की। मिनहाज ने कहाकि आज के दौर में ईमानदारी की एक मिसाल है।

यात्री मिनहाज को रुपयों से भरा बैग लौटाते कंडक्टर आशुतोष निगम, ड्राइवर हृदय शेखर पाण्डेय और शिवम भदौरिया।

Conductor Honesty: जैसे ही ये ये खबर फैली। कानपुर सिटी ट्रांसपोर्ट के अध्यक्ष और मंडलायुक्त राजशेखर, डिपो प्रबंधक डीवी सिंह, प्रबंध निदेशक लव कुमार ने कंडक्टर और ड्राइवर की जमकर तारीफ की। वहीं एसएस इंटरप्राइजेज के शिवम भदौरिया ने कहाकि कंडक्टर आशुतोष निगम और ड्राइवर हृदय शेखर पांडेय की ईमानदारी की कानपुर में हर ओर चर्चा हो रही है।

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