रायबरेली – रायबरेली उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री लाख प्रयास कर रहे हो कि जीरो टॉलरेंस नीति के तहत काम हो विकास कार्यों को लेकर जो धन आवंटित हो उससे विकास कार्यों को गति प्रदान की जा सके लेकिन अगर धरातल पर देखा जाए तो तस्वीर कुछ और ही बयां करती ताजा मामला रायबरेली के सरेनी विधानसभा के गहरौली ग्राम सभा का है जहां पर सरकारी धन का जमकर बंदर बात हुआ है ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से लेकर मुख्य विकास अधिकारी तक को अवगत कराया है लेकिन प्रधान व सेक्रेटरी के द्वारा बिना कार्य कराए विकास कार्यों के लिए आए धन का जमकर हुआ है बंदरबन हुआ है।
शिकायत के बाद ग्राम सभा पहुंचे DPRO ने भी जमीनी हकीकत जानी ग्रामीणों ने सारी समस्याओं से उनको अवगत कराया निरीक्षण के दौरान ना तो ग्राम प्रधान मौजूद रहे और नाही सेक्रेटरी महोदय सवाल यह उठता है कि मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत होने के बावजूद अभी तक कार्रवाई लंबित है स्वास्थ्य केंद्र का आता पता नहीं लेकिन स्वास्थ्य केंद्र तक पाइपलाइन बिछाने के नाम पर धन निकाल लिया गया रिबोर के नाम पर धन का बंदर बाट हुआ ग्रामीणों की शिकायतें बहुत हैं सरकारी धन का जिस तरह से बंदर बात हुआ है उसे पर ग्राउंड जीरो पर हमारे संवाददाता असद खान ने ग्रामीणों से बातचीत की आप भी सुनिए क्या कहा ग्रामीणों ने फिलहाल इस पूरे मामले पर मुख्य विकास अधिकारी अर्पित उपाध्याय की जांच पूरी हो चुकी जल्द कार्यवाही की जायेगी अब देखना होगा कि अधिकारी या उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री संज्ञान में आने के बाद क्या कार्यवाही होती है।
रिपोर्ट- अनुज मौर्य
ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी के द्वारा सरकारी धन का किया गया है जमकर बंदर बाट ग्रामीणों में आक्रोश
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