खेतों पर कटी हुई पड़ी फसले बारिश के पानी से भीग जाने से उनके सड़ने की संभावनायें बढ़ गई है

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मौदहा हमीरपुर- क्षेत्र का किसान पिछले दिनों बारिश व ओलो की मार से अभी उबर भी ना पाया था कि खेतो में कटी सूखने के लिए पड़ी फसल को घर भी नहीं ला पाया और ऊपर वाले ने विगत शाम से ही तेज हवाओ के साथ बारिश होने से नगर व ग्रामीण क्षेत्र के  किसानों के दिलों की धड़कने तेज कर दी हैं। खेतों पर कटी हुई पड़ी फसले बारिश के पानी से भीग जाने से उनके सड़ने की संभावनायें बढ़ गई है।

बताते चलें कि मौसम के अचानक करवट बदलने से किसानों के दिलों की धड़कनें अचानक तेज हो गई है पिछले 24 घंटे से नगर व ग्रामीण क्षेत्र में रुक-रुक कर हो रही बारिश ने किसानो की नींद हराम कर दी है। क्षेत्र के अधिकांश किसानों की सरसों व मसूर की फसले कटना शुरू हो गई हैं जिन्हें सूखने के लिए किसानों ने खेत में छोड़ रखा है इसके अलावा मटर की कटाई होने के बाद वह भी खेतों में पड़ा सूख रहा था लेकिन अचानक शुरू हुई बारिश से खेत में पड़ी हुई फसले भीग गई है वही इस बारिश से चने की फसल भी प्रभावित हुई है।

इसके अलावा तेज हवाओं के साथ हुई बारिश से खेत में खड़ी फसले खेत में बिछ गई हैं। इचौली निवासी प्रगतिशील किसान गंगादीन वर्मा व जुगुलकिशोर नायकपुरवा का कहना है कि यदि मौसम जल्द साफ नहीं होता तो जो फसले खेतों में कटी पड़ी मटर, सरसो, धनिया मसूर  हैं उनके सड़ने की संभावनायें बढ़ जाएंगी। जिसमे किसान सुरेश वर्मा ने कहा साल भर इस कयास में रहते है कि फसल आने पर अपना कर्ज व बच्चो की पढ़ाई लिखाई आदि के खर्च इस फसल से पूरे होंगे पर लगता है ऊपर वाला मार ही डालेगा।

रिपोर्ट- एमडी प्रजापति

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