बुधवार को विवि में आयोजित होना है अष्टम दीक्षांत समारोह
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समारोह में आ रहे हैं राज्यपाल व कैबिनेट मंत्री
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कुलसचिव ने लगाए कुलपति व प्रोफेसर पर गंभीर आरोप
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प्रोफेसर ने लगाए कुलसचिव पर आरोप। कहा, किया अमर्यादित आचरण
संदीप रिछारिया ( वरिष्ठ संपादक)
बुधवार को महात्मागांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय में आठवां दीक्षांत समारोह है। मंगलवार को प्रशासनिक भवन के कमरे में कुलसचिव व प्रोफेसर के बीच कर्मचारियों को रखने को लेकर गाली गलौच की घटना चित्रकूट के निवासियों के साथ ही भोपाल के राजनैतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई। मामला पुलिस तक पहुंच चुका है। कुलसचिव राकेश कुमार चैहान ने प्रोफेसर जयंत कुमार गुप्ता के खिलाफ तहरीर देकर कानूनी कार्यवाही की मांग थाने में की है। उधर, प्रोफेसर ने कुलसचिव पर अमर्यादित आचरण कर गाली गलौच करने का आरोप लगाया है। फिलहाल बुधवार को इस प्रकरण पर आग गर्म होकर दीक्षांत समारोह में विध्न डाल सकती है।
यह मामला सोमवार की दोपहर का है। प्रशासनिक भवन में कुलपति के कमरे से अचानक लोगों को गाली गलौच की आवाजें सुनाई देने लगीं। कुलसचिव व प्रोफेसर एक दूसरे पर असभ्यता के साथ शब्दबाण फेंक रहे थे। विवि के लोग जब तक कमरे में पहुंचते कुलसचिव ने फोन कर पुलिस को बवाल की इत्तला दे दी। बाद में पहुंचे इंस्पेक्टर को कुलसचिव ने प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्यवाही करने के लिए पत्र सौंप दिया।
बाद में मीडिया से बात करते हूुए कुलसचिव ने प्रोफेसर गुप्ता ने उनके व इंप्लाइज के साथ गाली गलौच की। उन्होंने प्रभारी रमाकांत तिवारी ने रहने के दौरान पदोन्नति करने का मुद्दा व लिस्ट में काट छांट करने के मामले को राज्यपाल के समक्ष उठाने बीत करते हुए कहा कि उन्हें यह करने का अधिकार ही नही था।
हास्टल बनने के बाद भी बच्चों को शिफट न किए जाने के मामले पर कहा कि विवि के अधिकारी व कर्मचारी खुद के हास्टल बनाए हुए हैं। एक छात्र की मौत भी हो गई। छात्र की जिम्मेदारी विवि की है, लेकिन यह लोग हास्टल चलाने नहीं दे रहे हैं। बीसी का खुद का प्रकरण उन्हें मौन वृत रखने के लिए मजबूर कर रहा है। उनके पेंशन का आदेश नहीं ह, दस्तावेज नहीं है। सातवेें वेतनमान का आदेश रोक रहा था। उन्होंने जयंत गुप्ता के माध्यम से फिक्सेसन करवा लिया है।
प्र्रोफेसर कृषि संकाय व कुलसचिव प्रशासन जयंत कुमार गुप्ता ने बताया कि उन्होंने बुलाया और मैं गया तो वहां पर उन्होंने कुलपति का 8 वां वेतन के लिए क्यों भेज दिया, कहते हुए आग बबूला होकर गाली गलौच का प्रयोग करने लगे। फेान कर पहले भी गाली गचैच कर चुके हैं। इसकी सूचना कुलपति को पहले भी दी थी। आडिट का काम जरूरी है, इसलिए उसे अनुमोदन कर भेजा गया। बीसी जो भी वेतन ले रहे हैं वह नियमानुसार ले रहे हैं। श्री गुप्ता ने अपने आपको पाक साफ बताते हुए रजिस्ट्रार पर अनावश्यक मांग करने का आरोप लगाया।