पहल फाउंडेशन, रायबरेली द्वारा ट्रांसजेंडर स्मृति दिवस का आयोजन
रायबरेली। पहल फाउंडेशन, रायबरेली ट्रांसजेंडर और जीएसएम (GSM) समुदाय के सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लिए कार्यरत एक समर्पित संस्था है। पहल फाउंडेशन ने ट्रांसजेंडर डे ऑफ रिमेम्ब्रेंस (स्मृति दिवस) के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम ‘सक्षम’ (SAKSHAM) प्रोजेक्ट के अंतर्गत आयोजित किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य ट्रांसजेंडर समुदाय के उन सदस्यों को श्रद्धांजलि देना और याद करना है जिन्हें नफरत और हिंसा के कारण समय से पहले खो दिया गया है।
ट्रांसजेंडर स्मृति दिवस (TDoR) एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाने वाला दिवस है, जो 1999 में स्थापित किया गया था। यह दिवस न केवल उन ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को सार्वजनिक रूप से श्रद्धांजलि देता है जिनकी हत्या नफरत और पूर्वाग्रह के कारण की गई है, बल्कि यह ट्रांसजेंडर समुदाय के खिलाफ होने वाली लगातार हिंसा के बारे में भी जागरूकता बढ़ाता है। यह एक संकल्प का दिन है कि हम तब तक शांत नहीं बैठेंगे जब तक सभी को सम्मान और सुरक्षा नहीं मिल जाती। यह आयोजन ट्रांसजेंडर समुदाय के प्रति सम्मान और एकजुटता व्यक्त करता है और उनके अधिकारों तथा सम्मान के लिए संघर्ष को जारी रखने का संकल्प लेता है।
अनुपम शौर्य: DLSA रायबरेली द्वारा पहल फाउंडेशन GSM समुदाय के किए जाए कार्यों की प्रशंसा किया और इस बात पे ज़ोर दिया कि कोई भी मुद्दा आए तो DLSA को अप्रोच कर सकते हैं।
प्रभा , महिला थाना प्रभारी रायबरेली – GSM समुदाय को प्रेरित किया कि पढ़ना चाहिए और आगे बढ़े ताकि होने वाली हिंसा ख़त्म किया जा सकता है। भगत सिंह, राजघाट चौकी इंचार्ज ने कहा – जेंडर संबंधित हिंसा को समाप्त करने के कार्य लगातार चल रहा है। समाज को पहले लगता था कि GSM समुदाय के प्रति हो रही हिंसा सवेंदनशील नहीं थी मगर पहल जैसी संस्था के कार्य करने से संवेदना तो बढ़ रही है और हिंसा, भेदभाव और कलंक समाप्त हो सकता है ।
किरण भास्कर, चौकी इंचार्ज मिल थाना एरिया रायबरेली – GSM समुदाय पूरे सम्मान और अवसर के अधिकार रखते हैं।
तीरथ NRLM – GSM समुदाय को रोजगार मिलने से हिंसा में कमी आएगी और उनका आर्थिक सशक्तिकरण होगा।
Mx. Yadvendera Singh (संस्थापक सदस्य, पहल फाउंडेशन और सदस्य, ट्रांसजेंडर कल्याण बोर्ड, उत्तर प्रदेश) ने कहा की “ट्रांसजेंडर कल्याण बोर्ड के सदस्य के रूप में, मैं इस बात पर ज़ोर देना चाहता हूँ कि गरिमा और सुरक्षा हर नागरिक का मूल अधिकार है। यह स्मृति दिवस (TDoR) हमें याद दिलाता है कि हमें सिर्फ याद नहीं करना है, बल्कि पॉलिसी और ज़मीनी स्तर पर बदलाव लाकर इस समुदाय के लिए एक सुरक्षित भविष्य बनाना है। पहल फाउंडेशन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
अगर कोई समुदाय का वयक्ति HIV पॉजिटिव है तो ये भी हिंसा को जन्म देता है। जेंडर इंडेंटिटी को भी लेकर बहुत भेदभाव होता है। पैरेंट्स को अपने बच्चों को समझना होगा। ये बहुत महत्वपूर्ण है।
“ट्रांसजेंडर डे ऑफ रिमेम्ब्रेंस पर हमसफ़र ट्रस्ट के मुग्रेश द्वारा बताया गया की ये उन अनगिनत जिंदगियों की याद दिलाता है जिन्हें नफरत और पूर्वाग्रह की आग ने छीन लिया। हमारी सच्ची श्रद्धांजलि तभी सार्थक होगी जब हम एक ऐसे समाज बनाने का संकल्प लेंगे जहां हर व्यक्ति बिना किसी डर के, सम्मान और गरिमा के साथ जी सके। Humsafar Trust और Pahal Foundation इस संघर्ष में एकजुट हैं।”
Mx Lisa (बोर्ड सदस्य, पहल फाउंडेशन और प्रोजेक्ट मैनेजर) ने अपनी बात रखी: ‘सक्षम’ प्रोजेक्ट ने रायबरेली में कितना बदलाव लाया है। ट्रांसजेंडर डे ऑफ रिमेम्ब्रेंस हमें हमारे मिशन को और मज़बूती से आगे बढ़ाने की प्रेरणा देता है। हमें सिर्फ न्याय ही नहीं, बल्कि आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्तिकरण भी हासिल करना है। हम हर ट्रांसजेंडर व्यक्ति के भीतर की शक्ति और क्षमता को जगाने के लिए समर्पित हैं।”
शिवेंद्र विक्रम सिंह, अधिवक्ता, सिविल कोर्ट रायबरेली द्वारा कानूनी साक्षरता सत्र आयोजित किया गया, जिसमें घृणा अपराधों, हिंसा और कानूनी उपचारों पर चर्चा की गई।
डॉ. रूमा परवीन, होलिस्टिक साइकोलॉजिस्ट ने मानसिक स्वास्थ्य सत्र लिया, जिसमें संबंध, सहमति और भावनात्मक सीमाओं पर मार्गदर्शन दिया गया पहल स्टाफ और हितधारकों (यादवेंद्र सिंह सर, मुर्गेश सर, लीसा मैम, तमन्ना, नैना आदि) के साथ कार्यक्रम का उद्घाटन और दीप प्रज्ज्वलन हुआ।नैना द्वारा ट्रांसजेंडर डे ऑफ रिमेम्ब्रेंस पर भाषण दिया गया। कैंडल लाइटनिंग (मोमबत्ती जलाना) के माध्यम से ट्रांसजेंडर समुदाय के सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई
अजय बाजपेयी, तमन्ना अफ़रीन, एमएक्स सलमा और मुर्गेश सर का एक पैनल डिस्कशन हुआ, जिसका संचालन लीसा ने किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में गणेश वंदना, गीतों पर प्रस्तुतियाँ और नृत्य शामिल थे।
इस बीच भारतीय और पश्चिमी थीम पर फैशन वॉक का भी आयोजन हुआ।
दो लघु फिल्मों – ‘बिकमिंग विज़िबल’ और ‘कम्युनिटी बेस्ड फिल्म (फ्रेडिश)’ की स्क्रीनिंग भी की गई।
कार्यक्रम का समापन Mx Lovepreet Singh, सक्षम मैनेजर द्वारा प्रमाणपत्र वितरण और समापन टिप्पणी के साथ हुआ।
अनुज मौर्य रिपोर्ट


