ग्वालियर – श्योपुर कलां नैरोगेज प्रणाली पर बनी डॉक़्यूमेंट्री

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प्रतीकात्मक तस्वीर

“छोटी रेल की बडी कहानी” स्वतंत्रता दिवस होगी रिलीज

राकेश कुमार अग्रवाल

झांसी। उत्तर मध्य रेलवे के ग्वालियर-श्योपुर कलॉं के बीच चलने वाली 2 फीट चौडी नैरोगेज मैदानी इलाकों की एकमात्र नैरोगेज यात्री ट्रेन सेवा है । यह 200 किलोमीटर की नैरोगेज लाइन अपने 28 स्टेशनों के माध्यम से 200 गांवों और कस्बों को जोड़ती है।
उत्तर मध्य रेलवे द्वारा संचालित यह नैरोगेज सेवा इस क्षेत्र की जीवन रेखा है और इसकी सभी 08 दैनिक सेवाएं अति लोकप्रिय हैं। रेल सुविधाओं, गति और क्षमता में सुधार के लिए इस खंड के आमान परिवर्तन स्वीकृत है और भविष्य में इस लाइन को ब्रॉड गेज ( बीजी ) में परिवर्तित कर दिया जाएगा। इस क्षेत्र की जनता को निर्बाध, तेज और आधुनिक रेल यात्रा की सुविधा प्रदान करने के लिए इस लाइन का कोटा जंक्शन तक विस्तार प्रस्तावित है।

नैरोगेज की इस महत्वपूर्ण विरासत को संरक्षित करने के लिए उत्तर मध्य रेलवे द्वारा ग्वालियर – श्योपुर कलां नैरोगेज प्रणाली पर एक डॉक़्यूमेंट्री बनाई गई है। उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में आयोजित होने वाले 74वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान नैरोगेज प्रणाली पर बनी ” छोटी रेल की बडी कहानी ” डॉक़्यूमेंट्री को भी रिलीज़ किया जाएगा।

यह डॉक़्यूमेंट्री उ. म .रे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी तथा अध्यक्षा उत्तर मध्य रेलवे महिला कल्याण संगठन श्रीमती ललिता चौधरी द्वारा रिलीज़ की जाएगी। इस डॉक्यूमेंट्री को भी YouTube पर अपलोड किया जाएगा।

Rakesh Kumar Agrawal

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