सुशांत केसः मुंबई पुलिस की जांच के तरीके से देश स्तब्ध : अजय अग्रवाल

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CBI जांच के लिए दायर PIL पर 21 अगस्त तक सुनवाई टली

नई दिल्ली । वकील अजय अग्रवाल की तरफ से दायर की गई जनहित याचिका (PIL) में कहा गया है कि सुशांत मामले की मुंबई पुलिस द्वारा की जा रही जांच के तरीके से पूरा देश स्तब्ध है। सुप्रीम कोर्ट ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की सीबीआई की ‘एकीकृत’ जांच के लिए दायर जनहित याचिका (PIL) की सुनवाई को 21 अगस्त तक स्थगित कर दिया है। बता दें कि वकील अजय अग्रवाल की तरफ से दायर की गई जनहित याचिका में कहा गया है कि इस मामले की मुंबई पुलिस द्वारा की जा रही जांच के तरीके से पूरा देश स्तब्ध है। सुशांत सिंह राजपूत के मामले में इससे पहले सुप्रीम कोर्ट 30 जुलाई और 7 अगस्त को इसी तरह की अलका प्रिया और मुंबई के कानून के छात्र द्विवेन्द्र देवतादीन दुबे की जनहित याचिकाएं खारिज कर चुका है। बताते चलें कि सुशांत सिंह राजपूत केस को बिहार से मुंबई ट्रांसफर करने का मामला सुप्रीम कोर्ट में है। इसको लेकर अभी फैसला आना बाकी है। सुप्रीम कोर्ट ने सभी पक्षों के जवाब मांगा था। जिसमें बिहार सरकार, रिया चक्रवर्ती और सुशांत की फैमिली की तरफ से जवाब दिया जा चुका है।

सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून को मुंबई के बांद्रा स्थित घर पर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। इसके बाद से इस मामले की मुंबई पुलिस जांच कर रही थी लेकिन सुशांत के पिता केके सिंह ने रिया चक्रवर्ती सहित 6 लोगों के खिलाफ पटना में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इसके बाद बिहार पुलिस को मुंबई जाने पर मुंबई पुलिस का सहयोग न मिलने पर बिहार सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी, जोकि केंद्र ने मान ली थी।

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